उत्तर प्रदेश के सम्मानित शिक्षकों के लिए समर्पित पोर्टल
शिक्षकों पर थोपे गए प्रमुख गैर शैक्षणिक कार्य
1
वोटर लिस्ट बनाना एवं उनके संशोधन का कार्य
2
बाल गणना करना।
3
मिशन प्रेरणा पोर्टल पर डाटा फीडिंग का कार्य
4
नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से समन्वय बनाकर कायाकल्प मिशन को गति देने काम।
5
एमडीएम यानी मिड-डे-मील के तहत खाते में फंड स्थानांतरण सुनिश्चित करना।
6
मिड-डे मील के तहत राशन व खाद्य सामग्री जैसे दूध फल, एवं सिलेंडर एकत्र करना, भोजन बनवाना।
7
राशन सार्वजनिक वितरण केंद्र पर खाद्यान्न वितरण।
8
स्कूल परिसर की साफ-सफाई, दुरुस्तीकरण एवं बेहतर रख-रखाव
9
टाइम एंड मोशन स्टडी के अनुसार नए बच्चों का स्कूल में पंजीकरण कराने पर जोर।
10
विद्यालय परिसर के विभिन्न डाक्यूमेंट्स को दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी।
11
डाटा फीडिंग के अन्य काम करना।
12
स्कूल भवन निर्माण व देखरेख का कार्य।
13
शिक्षा की जागरूकता एवं प्रचार प्रसार के लिए बच्चों को लेकर विभिन्न रैलियों में शामिल करवाना।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग की 3 अक्टूबर 2021 को जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में सहायक अध्यापकों की संख्या सरप्लस (अतिरिक्त) है। रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में में 1.58 लाख विद्यालय हैं। इस वक्त 3.79 लाख शिक्षक हैं। 1.40 लाख शिक्षामित्र हैं। कुल शिक्षकों की संख्या हुई 5 लाख 19 हजार। स्कूलों में छात्रों की नामांकन संख्या 1.76 करोड़ है। प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक अनुपात 30:1 यानी 30 छात्र पर एक शिक्षक हैं। ऐसे में कुल छात्रों का अनुपात निकालने पर 79,568 शिक्षक सरप्लस(अतिरिक्त) हुए।